12 हजार से ज्यादा मोबाइल में चल रहा एक ही IMEI नंबर, चीनी कंपनी पर ठोका मुकदमा
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12 हजार से ज्यादा मोबाइल में चल रहा एक ही IMEI नंबर, चीनी कंपनी पर ठोका मुकदमा
सारआने
एक IMEI नंबर पर एक्टिव थे 13,557 मोबाइल फोन
चीनी कंपनी वीवो के खिलाफ मुकदमा दर्ज
ट्राई के नियमों का किया उल्लंघन
विस्तार में
वैसे तो हर एक मोबाइल फोन के लिए एक अलग IMEI नंबर होता है, लेकिन मेरठ से एक चौकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वीवो के एक आईएमईआई नंबर पर करीब 13,000 से अधिक मोबाइल एक्टिव पाए गए हैं। इस बात का खुलासा मेरठ जोन की साइबर क्राइम सेल ने किया है। साथ ही मेरठ में चीनी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। वहीं, पुलिस ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
ऐसे में मिली जानकारी
मेरठ के एडीजी जोन दफ्तर में तैनात सब-इंस्पेक्टर आशाराम के पास वीवो कंपनी का मोबाइल था, जिसकी किसी कारणवश स्क्रीन टूट गई थी। स्क्रीन ठीक करने के लिए उन्होंने 24 सितंबर 2019 को मेरठ में वीवो के सर्विस सेंटर में अपना मोबाइल दिया था। इसके बाद कंपनी ने बैटरी, स्क्रीन और एफएम बदलकर सब-इंस्पेक्टर आशाराम को मोबाइल वापस दे दिया था, लेकिन कुछ दिन बाद उनके फोन की स्क्रीन दोबारा खराब होने लगी थी।
जांच की शुरू साइबर टीम ने
फोन की स्क्रीन जब सही से काम नहीं कर रही थी, तो आशाराम को अंदेशा हुआ कि आईएमईआई नंबर के साथ छेड़छाड़ की गई है। तब उन्होंने मेरठ जोन में तैनात वरिष्ठ अधिकारी प्रशांत कुमार को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद प्रशांत कुमार ने साइबर क्राइम सेल के प्रबल कुमार, पंकज और साइबर विशेषज्ञ विजय कुमार को जांच का निर्देश दिया। जांच में पाया गया कि आशाराम के फोन का आईएमईआई नंबर मौजूदा मोबाइल के आईएमईआई नंबर से अलग है। जब इस बारे में वीवो के सर्विस सेंटर के मैनेजर से पूछा गया है, तो उन्होंने कहा कि मोबाइल की आईएमईआई नंबर को नहीं बदला गया था। लेकिन इस ही बीच टेलीकॉम जियो कंपनी से डाटा मांगा गया, तो वहां से आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 24 सिंतबर 2019 को सुबह 11 से 11.30 के बीच देशभर में इस आईएमईआई नंबर पर करीब 13,557 मोबाइल नंबर एक्टिव थे।
वीवो इंडिया को भेजा नोटिस
साइबर सेल ने पूरे मामले की जांच करने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने वीवो इंडिया को 91 सीआरपीसी के तहत नोटिस भेजा है। वहीं, साइबर सेल का मानना है कि वीवो इंडिया ने लापरवाही की है और ट्राई के नियमों का उल्लंघन भी किया है।
राजीव सबरवाल ने दिया बयान
मेरठ के एडीजी राजीव सबरवाल ने कहा है कि कंपनी की यह बड़ी लापरवाही है। अगर उस आईएमईआई नंबर से कोई अपराध करता है, तो उसे पकड़ पाना बहुत मुश्किल है। उन्होंने आगे कहा है कि मामले की जांच शुरू हो गई है और कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है।
12 हजार से ज्यादा मोबाइल में चल रहा एक ही IMEI नंबर, चीनी कंपनी पर ठोका मुकदमा
सारआने
एक IMEI नंबर पर एक्टिव थे 13,557 मोबाइल फोन
चीनी कंपनी वीवो के खिलाफ मुकदमा दर्ज
ट्राई के नियमों का किया उल्लंघन
विस्तार में
वैसे तो हर एक मोबाइल फोन के लिए एक अलग IMEI नंबर होता है, लेकिन मेरठ से एक चौकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वीवो के एक आईएमईआई नंबर पर करीब 13,000 से अधिक मोबाइल एक्टिव पाए गए हैं। इस बात का खुलासा मेरठ जोन की साइबर क्राइम सेल ने किया है। साथ ही मेरठ में चीनी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। वहीं, पुलिस ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
ऐसे में मिली जानकारी
मेरठ के एडीजी जोन दफ्तर में तैनात सब-इंस्पेक्टर आशाराम के पास वीवो कंपनी का मोबाइल था, जिसकी किसी कारणवश स्क्रीन टूट गई थी। स्क्रीन ठीक करने के लिए उन्होंने 24 सितंबर 2019 को मेरठ में वीवो के सर्विस सेंटर में अपना मोबाइल दिया था। इसके बाद कंपनी ने बैटरी, स्क्रीन और एफएम बदलकर सब-इंस्पेक्टर आशाराम को मोबाइल वापस दे दिया था, लेकिन कुछ दिन बाद उनके फोन की स्क्रीन दोबारा खराब होने लगी थी।
जांच की शुरू साइबर टीम ने
फोन की स्क्रीन जब सही से काम नहीं कर रही थी, तो आशाराम को अंदेशा हुआ कि आईएमईआई नंबर के साथ छेड़छाड़ की गई है। तब उन्होंने मेरठ जोन में तैनात वरिष्ठ अधिकारी प्रशांत कुमार को इस बात की जानकारी दी। इसके बाद प्रशांत कुमार ने साइबर क्राइम सेल के प्रबल कुमार, पंकज और साइबर विशेषज्ञ विजय कुमार को जांच का निर्देश दिया। जांच में पाया गया कि आशाराम के फोन का आईएमईआई नंबर मौजूदा मोबाइल के आईएमईआई नंबर से अलग है। जब इस बारे में वीवो के सर्विस सेंटर के मैनेजर से पूछा गया है, तो उन्होंने कहा कि मोबाइल की आईएमईआई नंबर को नहीं बदला गया था। लेकिन इस ही बीच टेलीकॉम जियो कंपनी से डाटा मांगा गया, तो वहां से आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 24 सिंतबर 2019 को सुबह 11 से 11.30 के बीच देशभर में इस आईएमईआई नंबर पर करीब 13,557 मोबाइल नंबर एक्टिव थे।
वीवो इंडिया को भेजा नोटिस
साइबर सेल ने पूरे मामले की जांच करने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने वीवो इंडिया को 91 सीआरपीसी के तहत नोटिस भेजा है। वहीं, साइबर सेल का मानना है कि वीवो इंडिया ने लापरवाही की है और ट्राई के नियमों का उल्लंघन भी किया है।
राजीव सबरवाल ने दिया बयान
मेरठ के एडीजी राजीव सबरवाल ने कहा है कि कंपनी की यह बड़ी लापरवाही है। अगर उस आईएमईआई नंबर से कोई अपराध करता है, तो उसे पकड़ पाना बहुत मुश्किल है। उन्होंने आगे कहा है कि मामले की जांच शुरू हो गई है और कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है।
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