ek mahine me chora vodaphone idea aur airtel 48 lakh user ne
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रिलायंस जियो से मुकाबले में टेलिकॉम कंपनियों वोडाफोन आइडिया और एयरटेल को लगातार नुकसान हो रहा है। अकेले जून महीने में ही वोडाफोन आइडिया ने 4.82 मिलियन यानी 48 लाख से ज्यादा ग्राहक खोए हैं। इसके अलावा एयरटेल को भी 1.12 मिलियन यानी 11 लाख से ज्याजा यूजर्स गंवाने पड़े हैं। टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो के ग्राहक लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अकेले जून महीने में लगभग 45 लाख नए मोबाइल यूजर्स रिलायंस जियो से जुड़े हैं। इससे स्पष्ट है कि वोडाफोन आइडिया और एयरटेल का साथ छोड़ने वाले ज्यादातर ग्राहकों ने जियो का दामन थामा है।
इन ग्राहकों के जुड़ने के बाद देश में जियो यूजर्स के ग्राहकों का आंकड़ा 39 करोड़ पर पहुंच गया है। दिसंबर में टैरिफ हाइक के बाद कंज्यूमर्स ने जियो के पक्ष में छलांग लगाई है। दिसंबर में टैरिफ हाइक और लॉकडाउन के बाद बहुत फीचर फोन यूजर्स ने रिचार्ज न कराने की क्षमता के कारण अपने मोबाइल कनेक्शन भी बंद कर दिए।पिछले साल दिसंबर में भारती एयरटेल, आइडिया-वोडाफोन और रिलायंस जियो ने 3 सालों में पहली बार प्रीपेड टैरिफ को 14 से 33 फ़ीसदी तक बढ़ा दिया था। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के अनुसार जून में जियो का यूजर बेस बढ़कर 39 करोड़ हो गया है।
वही वीआई (रीब्रांडिंग के बाद वोडाफोन आइडिया का नया नाम) का यूजर बेस घटकर 30.5 करोड़ रह गया। इस दौरान भारतीय एयरटेल को भी यूजर बेस में नुकसान उठाना पड़ा है। भारतीय एयरटेल का यूजर बेस घटकर 31.6 करोड़ रह गया। अब कस्टमर मार्केट शेयर में जियो की 34.82 फीसदी हिस्सेदारी है। जबकि भारती एयरटेल की हिस्सेदारी घटकर 27.76 फीसदी हो गई है।
सबसे बड़ा नुकसान वीआई को उठाना पड़ा है, जिसका मार्केट शेयर हिस्सेदारी एक महीने में 27.09 फीसदी से घटकर 26.75 फीसदी हो गई है। ऐक्टिव सब्सक्राइबर्स की जानकारी देने वाले विजिटर लोकेशन रजिस्टर के अनुसार मोबाइल नेटवर्क पर ऐक्टिव सब्सक्राइबर्स में से 98.14 फ़ीसदी ग्राहक एयरटेल के लिए ऐक्टिव थे, जबकि 89.49 फीसदी वीआई के लिए एक्टिव थे। वही 78.15 फीसदी जियो के लिए ऐक्टिव थे।
भारत में फिलहाल 114 करोड़ मोबाइल यूजर हैं। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो नई ऊंचाईयां छू रही है। कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने जियो प्लेटफॉर्म्स की हिस्सेदारी बेचकर समेत 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक रकम जुटाई है। इस दौरान फेसबुक, गूगल, क्वालकॉम, सिल्वर लेक जैसी दिग्गज कंपनियों ने रिलायंस जियो में निवेश किया है। इसके अलावा कुछ दिन पहले मुकेश अंबानी ने किशोर बियानी के फ्यूचर रिटेल का भी अधिग्रहण किया है। जियो प्लेटफार्म के साथ मुकेश अंबानी का जोर रिलायंस रिटेल के बिजनेस को बढ़ाने पर भी है।
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